रिपोर्ट-मुकेश रावत
थत्यूड़। जिले के जौनपुर ब्लॉक के शिक्षक प्रेरक संगठन की बैठक में संघ ने प्रदेश सरकार से नौकरी से हटाए गए शिक्षा प्रेरकों को योग्यातानुसार अन्य सरकारी विभागों में समायोजन की मांग की है। कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत उन्होंने पूर्व में बेहतर सेवाएं दी। बावजूद इसके उन्हें सेवा से हटाया गया। कहा कि अब संघ के सदस्य बेरोजगार होकर दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
रविवार को संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष शेर सिंह डोगरा की अध्यक्षता में थत्यूड़ में हुई बैठक में समस्याओं पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मार्च 2018 में बगैर पूर्व सूचना के ही प्रेरकों को नौकरी से हटाया गया। जिस कारण उनके परिवार भूखमरी के कगार पर खड़े हैं। कहा कि सरकार को चाहिए कि किसी अन्य विभाग में योग्यतनुसार उनका समायोजन किया जाए। करीब आठ साल तक उन्होंने बेहतर सेवाएं दी जबकि सरकार उन्हें महज 2 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय देती थी। कहा कि एक विभाग में कोई नौजवान आठ साल तक सेवा देने के बाद यदि उन्हें हटाया जाता है तो कितने लोगों के जीवन पर संकट आता है। इसका आकलन सरकार को करना चाहिए। कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी संगठन ने मुलाकात की है। उन्होंने सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया है। बैठक में संजय चंखवाड़, शमशेर रावत, ब्रह्मदेई असवाल, शीला चौहान, सुनील नौटियाल, आमिर, विनोद कुमार, मीरा देवी, मुरारी, अरविंद, रोशन सिंह मौजूद रहे।