जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी डॉ. दीपशिखा रावत ने बताया कि मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के हिसाब से जिले में सभी विभागों को सतर्क कर दिया है। इसके लिए यदि किसी विभाग के पास संसाधनों की कमी है तो वह जिला प्रशासन से संपर्क कर सकता है। लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान आदि विभागों के कर्मचारियों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जेसीबी, चूना और नमक आदि के साथ तैनात रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
किस विभाग पर कौन सी जिम्मेदारी
लोनिवि और राजमार्ग : बर्फबारी वाले स्थानों पर जेसीबी की तैनाती, चूना आदि की व्यवस्था करना। वैकल्पिक मार्गों से यातायात सुचारु कराना। अपने-अपने विभागीय गेस्ट हाउस को अलर्ट मोड पर रखेंगे। ताकि, किसी भी स्थिति में पर्यटकों और स्थानीय जनता को इनमें शिफ्ट किया जा सके।
जल संस्थान व पेयजल निगम : बर्फबारी के कारण पानी जमने और पाईप लाइन क्षतिग्रस्त होने की दशा में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी।
विद्युत विभाग: विद्युत आपूर्ति बाधित होने के तत्काल बाद स्थिति को सामान्य बनाने काम प्रमुख रूप से करना होगा।
जिला पूर्ति विभाग: आपदा की स्थिति में जनमानस और पर्यटकों को खाद्य आपूर्ति की व्यवस्था करना। फूड पैकेट तैयार कर रखने के निर्देश जारी किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग : सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की उपलब्धता बनाते हुए दवाईयों के भंडारण करेंगे। ताकि, आपात स्थिति में परेशानी न झेलनी पड़े।
चकराताः लोखंडी, धारना धार, देववन, बुधेर पहुंचे पर्यटक
वहीं विकासनगर और आसपास के अंचलों में भी चटक धूप खिली रही हालांकि, कई बार आसमान में बादल भी छाए लेकिन, कुछ ही देर में आसामान पूरी तरह से साफ हो गया। विकासनगर का अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम 09 डिग्री रहा।
भारी बर्फबारी ने बढ़ाई गांवों की दुश्वारियां
धनोल्टी आ रहे पर्यटकों को जूझना पड़ा जाम से
शनिवार को धनोल्टी और काणाताला क्षेत्र में बर्फबारी की सूचना पर रविवार को देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश सहित अन्य स्थानों से भारी संख्या में पर्यटकों का हुजूम धनोल्टी की तरफ उमड़ पड़ा, लेकिन बर्फ के ऊपर पाला गिरने के कारण चंबा-धनोल्टी सड़क पर फिसलन की समस्या खड़ी हो गई। पाले के कारण सड़क पर वाहन रपटने लगे, जिससे सुबह से लेकर अपराह्न एक बजे से चंबा-धनोल्टी मार्ग पर बार-बार जाम लगता रहा। सुरक्षा की दृष्टि से पर्यटकों के वाहनों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को कद्दूखाल और बुरांशखंडा में बैरियर लगाना पड़ा।
सड़क मार्ग पाला और बर्फ हटाने के बाद अपराह्न दो बजे चंबा-धनोल्टी मार्ग पर वाहनों की विधिवत आवाजाही शुरू हुई। तब जाकर वहां फंसे पर्यटकों ने राहत की सांस ली। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि अपराह्न बाद चंबा-धनोल्टी मार्ग पर वाहन सामान्य रूप से संचालित हो रहे है।