Report-Mukesh Rawat
थत्यूड़ । पलायन आयोग की बैठक में आयोग के सदस्य रामप्रकाश पैन्यूली ने कहा कि पलायन रोकने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर रोजगार देने की व्यवस्था बनानी होगी। कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य पालन से ही आजीविका संवर्द्धन हो सकता है। इससे पलायन रोकने में भी सफलता मिलेगी। प्रदेश में एक हजार से अधिक गांव आज पलायन की टीस झेल रहे हैं।
शनिवार को ब्लॉक सभागार में प्रमुख सीता रावत की अध्यक्षता में हुई पलायन आयोग की बैठक में रेखीय विभागों ने प्रजेंटेशन से जानकारी दी। कहा कि कृषि आधारित विभागों ने गांव में प्रवासी और अन्य लोगों को स्वरोजागर से जोड़ने के लिए कार्य योजना बनाई है। उसी के अनुरूप कार्य हो रहा है। आयोग के सदस्य पैन्यूली ने कहा कि कृषि, डेयरी उद्योग, बेमौसमी सब्जी, पर्यटन आदि को अपनाकर प्रवजन को कम किया जा सकता है। बैठक में पहुंचे प्रगतिशील किसानों विजय थपलियाल, विनोद सेमवाल, सुंदरलाल शाह, हीरामणि गौड़ आदि ने ब्लॉक मुख्यालय में मृदा परीक्षण प्रमाणिक बीज विक्रय केंद्र, कोल्ड स्टोरेज, सामूहिक चंकबंदी, मौन, मत्स्य पालन आदि विषयों पर आयोग के सदस्य से चर्चा कर क्रियान्वयन की मांग रखी। इस मौके पर बीईओ यशवीर सिंह रावत, फूलदास स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, रतनमणि गौड़, रूकम पंवार, सुंदरल लाल चमोली, रामलाल निराला मौजूद रहे।