
- ग्यारह वर्षों से लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद प्रशासन अब तक क्यों नहीं जागा?
- क्या लोक निर्माण विभाग किसी और बड़ी दुर्घटना के बाद ही एक्शन लेगा?
- दूसरे खतरनाक मोड़ों पर क्रैश बैरियर लगाए गए हैं, तो थत्यूड के इस स्थान को अब तक अनदेखा क्यों किया गया?
रिपोर्ट –मुकेश रावत
थत्यूड: मसूरी-देहरादून मोटर मार्ग पर 33 केवी सब-स्टेशन के निकट क्रैश बैरियर न होने के कारण पिछले ग्यारह वर्षों में कई दर्दनाक हादसे हो चुके हैं। इस दुर्घटना संभावित स्थल पर कई वाहन खाई में गिर चुके हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अनेक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बावजूद इसके, जिम्मेदार विभागों की अनदेखी से यह क्षेत्र आज भी मौत का खुला जाल बना हुआ है।
21 फरवरी को हुआ था ताजा हादसा
बीते 21 फरवरी को शादी समारोह से लौट रहे दो सगे भाइयों की अल्टो कार इसी स्थान पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में एक भाई की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
2014, 2015 में भी हो चुके हैं बड़े हादसे
- 2014 में पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश उनियाल की कार भी यहीं हादसे का शिकार हो गई थी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
- वर्ष 2015 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एक डॉक्टर की कार इसी स्थान पर खाई में गिर गई थी। इस हादसे में डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि कार में सवार दूसरा व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हुआ था।
- इसके अलावा, अब तक कई अन्य वाहन भी इस खतरनाक मोड़ से नीचे गिर चुके हैं, जिनमें सवार लोग या तो अपनी जान गंवा चुके हैं या फिर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।
व्यापार मंडल और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उठाई मांग
स्थानीय व्यापार मंडल अध्यक्ष अकबीर पंवार, महामंत्री विक्रम चौहान, राकेश सजवाण, सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद सिंह नेगी, दिनेश रावत और कुलबीर रावत ने शासन-प्रशासन व लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि इस दुर्घटना संभावित स्थल पर जल्द से जल्द क्रैश बैरियर और चेतावनी संकेत बोर्ड लगाए जाएं।
लोक निर्माण विभाग ने दिया आश्वासन
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सोनू कुमार त्यागी ने बताया कि क्रैश बैरियर के लिए शासन को एस्टीमेट भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही क्रैश बैरियर स्थापित कर दिए जाएंगे। हालांकि, लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद अब तक ठोस कार्रवाई न होने से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं।
जनता की उम्मीदें प्रशासन से
क्षेत्रीय जनता का कहना है कि जब तक इस स्थान पर क्रैश बैरियर नहीं लगते, तब तक किसी भी अन्य वाहन के साथ हादसा होने की संभावना बनी रहेगी। प्रशासन को तत्काल इस ओर ध्यान देते हुए ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में अनमोल जानें न जाएं।